Ganesh Chaturthi – कब और क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी?

Ganesh Chaturthi

Kab Aur Kyon Manate hai Ganesh Chaturthi? कब और क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी?  जैसे की हम सभी को पता है की श्री गणेश जी की पूजा हर घर में की जाती है और विशेष कर घर में कोई प्रसंग हो तो हमारे हिन्दू धर्म में मान्यता के अनुसार सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा का विधान है। Kyon Manate hai Ganesh Chaturthi भाद्रपद महीने में “गणेश चतुर्थी” के दौरान भगवान गणेश की विशेष आराधना होती है। उस दौरान हर घर में “गणपति बाप्पा मोरया” या श्री गणेश जी के जयकारे की गूंज सुनाई देती है। जैसे की हम सभी को पता है की कोई भी मंगल कार्य भगवान गणेश की पूजा के बिना अधूरा है। इसीलिए भगवान गणेश के जन्मदिन यानी “गणेश चतुर्थी” को पूरे देश में धूम धाम से मनाया जाता है। लेकिन ज़्यादातर लोगो को गणेश चतुर्थी को कब और क्यों मानते है ये वजह नहीं मालूम। तो आईये जानते है इसकी असली वजह: Why do we Celebrate Ganesh Chaturthi? कब मनाते है गणेश चतुर्थी? हमारे हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए इस चतुर्थी को गणेश चतुर्थी कहा गया। शुरुवाती दौर में गणेश चतुर्थी को महाराष्ट्र और इसके आस पास के क्षेत्र में मनाया जाता था। लेकिन जैसे जैसे साल बीतते गए अब इसे पूरे देश में धूम धाम से उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान भक्त श्री गणेश जी की प्रतिमा यानी मूर्ति को अपने घर में विराजित करते है और 10 दिन तक प्रभु की पूजा अर्चना करते है और आखरी दिन जिसे “अनंत चतुर्दशी” कहा जाता है उस दिन प्रभु की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। वैसे तो मान्यता के अनुसार श्री गणेश जी को 10 दिन विराजित करने की परंपरा है। लेकिन लोग अपनी इच्छा अनुसार 1 दिन, 5 दिन, 7 दीन या 10 दिनों के लिए लाते है। इस साल गणेश चतुर्थी 22nd अगस्त 2020 को है। यह चतुर्थी साल की सभी चतुर्थियों से विशेष है। इस दौरान भगवान गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता देव कहा जाता है, इसलिए वे अपने भक्तों के सारे विघ्न दूर करते है। माना जाता है की गणेश चतुर्थी के दौरान प्रभु गणेश जी की भक्ति करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और हमें सुख, समृद्धि और मनोवंछित फल की प्राप्ति होती है। पढ़े: पाकिस्तान के 200 साल पुराने हनुमान मंदिर में जाकर बदल गयी इस भक्त की जिंदगी क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी? हमारे इतिहास से ये अनुमान लगाया जा सकता है की गणेश चतुर्थी के पर्व की पूजा को राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में सार्वजनिक समारोह के रूप में मनाया जाता था। Ganesh Chaturthi History अंग्रेज़ो के शासन के दौरान भी यह एक पारिवारिक उत्सव बना रहा। 1893 में बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक जोकि एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे उनके द्वारा इस उत्सव को पुनजीर्वित किया गयाराजा। गणेश चतुर्थी को बड़े पैमाने पर घरेलु त्यौहार के रूप में हमारे हिन्दू भक्तों द्वारा मनाने जाने लगा। साथ ही इसे लोगो के बीच एकता लाने के लिए राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाना प्रारम्भ किया गया। जैसे जैसे समय बीतता गया यह त्यौहार पारिवारिक समारोह के बजाये समुदाय की एकता के माध्यम से मनाया जाने लगा। क्योंकि अंग्रेज़ो के शासन में “डिवाइड एंड रूल” निति और उनके क्रूर व्यवहार से मुक्त हो सके। लोगो में एकता लाना अतिआवकश्यक हो गया था और इस चीज़ में बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक जी सफल भी हुए थे। समाज के लोग इसे सामुदायिक तौर पर मनाने लगे जिससे एक जगह लोग इकट्ठा हो सके और लोगो में एकता रहे और इस त्यौहार के दौरान वे अलग अलग का आयोजन करते। जैसे कि प्रेरणादायक भाषण, नृत्य, नाटक, लोग संगीत, भक्ति गीत, आदि। Ganesh Chaturthi Special लोग तारीख से पहले इकट्ठा होते और हर एक चीज़ का प्रबंध करते जिससे भीड़ नियंत्रण में रहे और हर साल इसी तरह इस पर्व को मनाया जाने लगा और लोगो में एकता बढ़ती गयी। और आज गणेश चतुर्थी का त्यौहार सिर्फ हमारे देश भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी मनाया जाता है और हर साल इसकी महत्ता बढ़ती जा रही है। Subscribe Secret Mysteries on YouTube Kab Aur Kyon Manate hai Ganesh Chaturthi in Hindi, इस पोस्ट पर आप अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और इस पोस्ट को शेयर करना ना भूले। धन्यवाद 🙂 जयेश वाघेला