इस भक्त पर हुई 3 बार हनुमान जी की कृपा – बजरंगबली का चमत्कार

Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi इस भक्त पर हुई 3 बार हनुमान जी की कृपा – बजरंगबली के अद्भुत चमत्कार की सच्ची घटना मेरा नाम आस्था है, मैं जम्मू के साम्बा शहर की रहने वाली हूँ। वैसे तो बचपन से ही मैं बजरंगबली को मानती हूँ, मेरे घर में मैंने बचपन से ही पूजा पाठ का माहौल देखा है। बचपन में जब सुबह उठते तब हनुमान चालीसा सुनाई देती जो मेरी दादी सुबह पूजा के वक़्त गाया करती थीं। जिसके चलते 5 वर्ष की उम्र से ही सुन-सुन कर पूरी चालीसा मुझे आती है। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi मैं पूजा तो करती पर मेरा मन पूजा मैं कभी नही लगा और कभी भगवान पर विश्वास होता तो कभी लगता यह सब अंधविश्वास है। मेरी माँ मुझे हमेशा से ही पूजा में ध्यान लगाने को कहती पर मेरा दिमाग जैसे मुझे पूजा से दूर करता है। बात है 2020 मार्च लॉकडाउन की जब मैं क्लास 12th में पहुंची, पढ़ाई में मन नही लगता था रोज़ ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करती थी। एक दिन यूट्यूब चलाते हुए आपकी एक वीडियो दिखी पता नही क्यों मैंने वीडियो देखा और मन हुआ कि सारी वीडियोज् देखू। मेरे मन में बजरंगबली के प्रति थोड़ा विश्वास आया फिर मैंने आपकी अपनी चमत्कार वाली वीडियो देखी श्री कष्टभंजन देव सारंगपुर वाली। मैंने यूट्यूब पर श्री कष्टभंजन देव की जितनी भी वीडियोज् मौजूद थी सारी की सारी देख डाली। और दादा के प्रति मेरा विश्वास बढ़ता गया। मैंने रोज़ 7 बार हनुमान चालीसा करना शुरू कर दिया। मेरे मम्मी पापा भी हैरान हो गए कि यह अपने आप बिना बोले पूजा कैसे कर रही है। परेशानी आगे हमारा इन्तेजार कर रही थी। एक दिन मेरी मम्मी को टेलबोन में बहोत दर्द होने लगा और उन्होंने पाया कि जैसे उन्हें टैलबोन पर एक सिस्ट यानी गाँठ हो। उन्होंने मुझे भी चेक करवाया की कही यह वहम तो नही मुझे भी सिस्ट महसूस हुई। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi मैं बहोत घबरा गई। बाहर स्ट्रिक्ट लॉकडाउन था एक भी इंसान रोड पर बाहर नही दिखता था। चेकउप करवाने जाते भी तो कहाँ, मैंने ऑनलाइन गूगल से डॉक्टर्स के नंबर निकाले उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि यह प्रॉब्लम सीरियस भी हो सकती है आप जल्दी से जल्दी कही चेकउप करवाओ। तो कोई डॉक्टर कहता कि ये सिस्ट का साइज अगर बढ़ गया तो बहोत प्रॉब्लम होगी। मैं मम्मी को हमेशा होंसला देती की चिंता मत करो कुछ नहीं होगा बजरंगबली हैं ना हमारे साथ। मेरे मम्मी-पापा भी बजरंगबली को बहोत-बहोत मानते हैं मुझसे भी पहले से। मम्मी की तकलीफ बढ़ती जा रही थी। हमने ऑनलाइन एक और डॉक्टर को कंसल्ट किया उन्होंने हमें पार्सल के थ्रू दवाइयां भेजी। दवाइयां बहोत ज़्यादा महँगी थी पर इस वक़्त मम्मी को फर्क पड़ना चाहिए था। एक और महीना निकल गया मम्मी को कोई फर्क नही पड़ा। हमने और भी कई आयुर्वेदिक दवाइयां मंगवाईं पर सब बेअसर थी। फाइनली पापा ने डिसाइड किया कि वो कैसे भी मम्मी को पास के हॉस्पिटल ले जाएंगे, मैंने भी साथ चलने की ज़िद की, हॉस्पिटल में उस वक़्त कोविड के 20-25 केस थे। उधर जाकर उन्होंने कहा कि x-ray करवा कर लाओ। आस पास के x-ray के लैब बंद थे, अब x-ray 30-35 मिनट की दूरी पर सिटी में हो सकता था। हम बिना सोचे निकल पड़े सिटी की और। उधर जाकर जब नबर आया तो x-Ray करवा कर डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने सर्जरी की सलाह दी। हम घर आ गये और हम सब सर्जरी के खिलाफ थे। फाइनली मम्मी ने कहा मैं घर पर रहूंगी अब हम कही दिखाने नही जायेंगे मुझे बजरंगबली ठीक करेंगे मुझे उनकर पूरा विश्वास है। फिर मेरी मम्मी ने मंगलवार के व्रत करना शुरू किए मेरी भी ज़िद थी की मैं भी दादा के व्रत करूंगी। मैंने और मम्मी ने नियमपूर्वक दादा के व्रत शुरू किए मेरा विश्वास और बढ़ा और मैं घर पर उनके लिए लड्डू बनाती क्योंकि बाहर सब बंद था। ऐसे ही जब थोड़ा-थोड़ा लॉकडाउन खुला तब पापा ने मम्मी को कहा कि हमे किसी और डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए और वो सिटी के बड़े हॉस्पिटल गए उधर मम्मी के सारे टेस्ट फिर से किये गए, मुझे याद है उस दिन शनिवार का दिन था और रिपोर्ट सही आये इसके लिए मैं घर पर हनुमान चालीसा का पाठ कर रही थी कि तभी मुझे मम्मी का फ़ोन आया कि सब ठीक है रिपोर्ट ठीक आयी है डॉक्टर ने कहा है कि मुझे सिस्ट है ही नही, बोन में प्रॉब्लम आ गयी जो माइनर है। यह सुनकर तो जैसे मैं खुशी के मारे रो पड़ी मैं सीधे पूजा रूम में गयी और बजरंगबली को बहोत-बहोत धन्यवाद किया और पाठ पूरा किया। मम्मी को जो दवाइयां मिली उनसे मम्मी को बहोत रिलीफ है अब वो काफी ठीक है। हमने अपने व्रत भी पूरे किए मम्मी ने 21 व्रत किये पर मैंने 11 ही किये क्योंकि मेरे बोर्ड के एग्जाम आने वाले थे। मेरे एक्साम्स के 1 एक महीने पहले 9th मार्च 2021 को मेरा पेट डॉग जिसका नाम sammy है जो हमारे घर में बच्चे की तरह है उसकी तबियत अचानक खराब हो गयी। डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सिर्फ 15% डॉग्स ही बच पाते हैं यह सुनकर हम सब जैसे टूट गए। अब मेरे डॉग को drip लगती थी उसने खाना पीना छोड़ दिया था उसको यूरिन में भी ब्लड आने लगा था। मैं उस बच्चे को देखकर बहोत रोती थी। हमे किसी से यह भी पता चला था कि यह किसी ने काला-जादू मेरे पापा पर किया था पर हमारे कुत्ते ने अपने ऊपर ले लिया है।और यह हमारे आस-पास में रहनेवाले किसी का काम था। मैं बजरंगबली के आगे बहोत रोती थी और उनको कहती थी कि दादा या तो इस बच्चे को ठीक करो या इसको मुक्ति दो, मैं उसे इस पीड़ा में नहीं देख सकती। मेरे एक्साम्स की भी पढ़ाई नही हो रही थी मुझसे। पूरे दिन बस मैं अपने डॉग का ध्यान रखती थी। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi मेरे पापा मम्मी ने भी बहोत-बहोत परेशानी सही है। पापा और मैं रोज़ उसको ड्रिप
वे आये और मैं उन्हें पहचान ना सकी – हनुमानजी का चमत्कार

Sunderkand Paath ka Chamatkar in Hindi वे आये और मैं उन्हें पहचान ना सकी – हनुमान जी के चमत्कार से जुड़ी सच्ची घटना प्रणाम भैया और हनुमान जी के सभी भक्तो को मेरा जय श्री राम, मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूँ, मैं हल्द्वानी उत्तराखण्ड की रहनेवाली हूँ, मेरी उम्र 19 साल है और आज मैं भी हमारे बजरंगबली के चमत्कार से जुड़ा अनुभव शेयर करना चाहती हूँ, Sunderkand Paath ka Chamatkar in Hindi बात तब की है जब मैं 12th क्लास में थी, मैं उस वक़्त बहुत परेशान थी, मैं हनुमान जी की पूजा करती थी और यही सोचती थी की बस एक बार मुझे प्रभु के दर्शन हो जाये, भैया मेरा कोई फ्रेंड नहीं है और जब से मैंने मेरे हनुमान जी को जाना है पूजा है, तब से वही मेरे सब कुछ है और बेस्ट फ्रेंड भी, उस वक़्त मैं बहुत परेशान थी और प्रभु के सामने बैठकर उन्हें सब कुछ बताती थी, अपनी फॅमिली में भी मैं किसी से कुछ शेयर नहीं करती थी, भैया मैं बस यही सोचती कि एक बार मेरे प्रभु आ जाये और मेरे सर पर हाथ फेर कर कहे की तू चिंता मत कर मैं हूँ ना, मैं हमेशा मेरे बजरंगबली से यही कहती कि एक बार मुझे दर्शन दे, हमारे गाँव में माँ काली का मंदिर है जो बहुत ही दिव्य है, वहां जाने वालों की सारी मुरादें देवी माँ पूरी करती हूँ, मेरी ताई जी ने मुझे ये बात बतायी की वहा देवी माँ से अगर कुछ भी मांगे तो वो जरूर मिलता है, अगले दिन से नवरात्रि भी शुरू होनेवाली थी, इसलिए मैं भी माता के मंदिर गयी और माँ से प्रार्थना की मैं बहुत परेशान हूँ माँ, मुझे बस एक बार मेरे बजरंगबली से मिला दो बस एक बार मुझे उनके दर्शन करा दो, फिर चाहे किसी भी रूप में हो और ये कहकर मैं वहाँ से घर आ गयी, मैं हर मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर जाकर सुंदरकांड का पाठ किया करती थी और उस दिन भी मंगलवार को मैं हनुमान जी के मंदिर गयी और सुंदरकांड का पाठ करने लगी, मंदिर में कोई भी नहीं था, मंदिर के पुजारी भी किसी काम से बाहर गए हुए थे, Sunderkand Paath ka Chamatkar in Hindi भैया जब मैं सुंदरकांड का पाठ कर रही थी आधा पाठ ही हुआ था की वहा एक बन्दर आ गया, मुझे डर तो लग रहा था पर सुंदरकांड का पाठ बीच में नहीं छोड़ सकती थी, तो मैंने पाठ करना जारी रखा, और हैरानी की बात तो ये थी की जब तक मैंने पाठ किया उस बन्दर ने मुझे कुछ भी नहीं किया ऐसा लग रहा था की वो पाठ सुन रहा है, पर जैसे ही मैंने पाठ पूरा कर श्री राम जी और हनुमान जी को प्रणाम किया और हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू किया तो वो बंदर अचानक ही मेरे पास में बैठ गया, मैं तो कांपने लगी थी क्योंकि उस वक़्त वहां कोई भी नहीं था और मुझे डर लग रहा था, पर मैंने हनुमान जी को देखा और हनुमान चालीसा का पाठ करना जारी रखा, फिर कुछ देर में जब पाठ पूर्ण हुआ तो वो बंदर कूद कर मेरे सर पर बैठ गया, Sunderkand Paath ka Chamatkar in Hindi मैं डर कर एकदम से वहा से हट गयी तो दुबारा वो मेरे सर पर आकर बैठ गया, मैं फिर से हट गयी और प्रभु का नाम लेकर उस बन्दर को प्रसाद दिया और वो चला गया, उसने मुझे कोई नुक्सान नहीं पहुँचाया, मैं समझ ही नहीं पा रही थी की ये हुआ क्या और फिर मैं घर आ गयी, पढ़े: हनुमान जी के सच्चे भक्त ये गलती ना करे – बजरंगबली का चमत्कार मैंने अपनी मम्मी को ये सारी बात बताई तो मम्मी ने कहा की वो और कोई नहीं तेरे हनुमानजी ही थे जो तुझे दर्शन देने आये थे, तब मुझे काली माता के मंदिर में की गयी वो मन्नत याद आई जिसमे मैंने माँ से कहा था कि मुझे हनुमानजी के दर्शन करा दो, अगले ही दिन मैं माता के मंदिर गयी और उन्हें धन्यवाद किया और देवी माँ को श्रृंगार चढ़ाया और फिर हनुमान जी से माफ़ी मांगी कि मैं उन्हें पहचान नहीं पायी, उन्होंने मेरे सर पर बैठकर मुझे आशीर्वाद दिया और मेरी परेशानी भी खत्म कर दी, मानो मेरे प्रभु ने मेरी सारी परेशानी हर ली हो और मैं मुर्ख उन्हें पहचान ही ना सकी, भैया आपके चैनल के माध्यम से मैं सभी भक्तों से कहना चाहती हूँ कि हनुमान जी किसी ना किसी रूप में दर्शन देने जरूर आते है बस जरुरत है तो उन्हें पहचानने की, हमारे बजरंगबली बहुत ही दयालु है वो अपने भक्तों के बुलाने पर आते ही है बस हम ही उन्हें पहचान नहीं पाते, बस अंत में मैं इतना ही कहना चाहूंगी कि की हनुमान जी पर विश्वास रखे और किसी और को अपनी परेशानी बताने के बजाये उन्हें कहे वो अपने भक्तों की हर परेशानी, हर चिंता को दूर करते है, भैया आप पर और सभी भक्तों पर हनुमान जी की कृपा हमेशा बनी रहे, तो दोस्तों देखा आपने प्रभु से मिलने की तड़प ही है जो आपको प्रभु के निकट ले आती है और रही बात हनुमान जी की तो वे अपने भक्त को कभी निराश नहीं होने देते, वे किसी ना किसी रूप में अपने सच्चे भक्त को मिलने आते ही है….तो ऐसे ही है हमारे बजरंगबली. Subscribe Secret Mysteries on YouTube Sunderkand Paath ka Chamatkar in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.
हनुमान जी के सच्चे भक्त ये गलती ना करे – बजरंगबली का चमत्कार

Bajrang Baan ka Chamatkar in Hindi हनुमान जी के सच्चे भक्त ये गलती ना करे – बजरंगबली के चमत्कार की सच्ची घटना मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूँ, मैं गुजरात के जूनागढ़ सिटी की रहनेवाली हूँ, मैं प्रोफेशन से फैशन डिज़ाइनर हूँ और राजकोट सिटी में अपना काम करती हूँ, मैं एक आध्यात्मिक परिवार से हूँ, मेरे माता पिता स्वामीनारायण संप्रदाय को फॉलो करते है, Bajrang Baan ka Chamatkar in Hindi मुझे पहले इन सब में इतना इंटरेस्ट नहीं था बस इतना मानती थी की भगवान है, लेकिन मंदिर में ही मिलते है ऐसा नहीं मानती थी, अंधभक्त नहीं थी, जब देखू तो मानो ऐसा था, हाँ उत्सुकता थी सभी देवी देवता और धर्म के बारे में कि आखिर ये सब है क्या, लेकिन कोई अंध श्रद्धा नहीं थी, मैं सिर्फ जवाब ढूंढती थी हर बात में कि ऐसा क्यों? उपवास क्यों? भगवान सब जगह है तो मंदिर क्यों? ऐसे बहुत सारे सवाल थे मेरे मन में, मानना तो चाहती थी भगवान में लेकिन कुछ चाहिए था भगवान के अस्तित्व का सबूत, क्योंकि भगवान और विज्ञान के बीच तय नहीं कर पा रही थी, क्योंकि में आज के जमाने की लड़की हूँ, इसलिए अंधश्रद्धा और भूत-प्रेत इन सब चीज़ों में विश्वास नहीं करती थी, फिर वो समय आया जिससे मुझे मेरे कई सवालों के जवाब मिल गए, मेरी भाभी को भूत-प्रेत का साया था और मैं इस भूत-प्रेत को नहीं मानती थी, तब मेरी मम्मी को अचानक सारंगपुर हनुमानजी का ख्याल आया, फिर हम भाभी को वहा पर लेकर गए, मैं अपनी लाइफ में पहली बार ये सब देख रही थी, ऐसा सब मैंने पहले मूवीज में देखा था, भाभी के शरीर में बहुत ही पीड़ा हो रही थी, सारंगपुर पहुंचते-पहुंचते वो कंट्रोल के बाहर हो रही थी, मैंने ये सब अपनी आँखों से देखा की कैसे वो भूत-प्रेत का साया कंट्रोल में आ रहा था, मंदिर में पूजा स्थान पर बैठते ही हनुमानजी का पवित्र जल भाभी के ऊपर छिड़कते ही वो बिलकुल नार्मल हो गयी जैसे कुछ हुआ ही नहीं और ये सब देखकर मैं सोच में पड़ गयी कि क्या था ये, मतलब क्या सच में हुआ है? भाभी के अंदर जो साया था वो कभी-कभी जब हम हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे होते थे तब आकर जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगता था की वो मुझे मार रहे है, गदा से मार रहे है, हनुमान चालीसा का पाठ ना करो, वो मुझे मार डालेंगे, ऐसा जोर-जोर से बोलने लगता था वो साया और फिर चला जाता, सारंगपुर हनुमानजी का जल उसके ऊपर छिड़कते ही वो साया जैसे की गायब ही हो गया, Bajrang Baan ka Chamatkar in Hindi तब से हनुमानजी के प्रति मेरा इंटरेस्ट बढ़ा, मैं उन्हें जानना चाहती थी, आस्था का पता नहीं लेकिन उनके बारे में सोचना और सुनना शुरू कर दिया, उनके बारे में यूट्यूब पर वीडियोस देखने लगी, बिना किसी इच्छा और मनोकामना के ही हनुमान चालीसा पढ़ना और सुनना शुरू कर दिया, जो पूजा-पाठ मेरी भाभी को दिए थे वो पूजा-पाठ मुझे कुछ भी नहीं था फिर भी करने लगी, कोई ख्वाइश पूरी करने के लिए नहीं, लेकिन ऐसे ही सुनके मैं बहुत पॉजिटिव फील करती थी, सोचती कि क्या जादू है हनुमानजी के उस अभिषेक किये हुए जल में कितनी ताकत है उसमे, तो स्वयं हनुमानजी में कितनी ताकत होगी? मैं यूट्यूब पर सारंगपुर हनुमानजी की कथा सुनने लगी, तब जयेश भाई मुझे आपकी वीडियोस भी दिखी तो आपके हनुमानजी वाले वीडियोस देखने लगी, कोई नियम नहीं था पूजा पाठ करने का, जब मन होता तो कर लेती थी, जब मन होता तो हनुमान चालीसा सुनती रहती और कभी एक बार भी ना पढ़ती, या कभी काम करते वक़्त रिपीट मोड पर हनुमान चालीसा लगाकर सुनती रहती थी, अभी चमत्कार ही देखा था लेकिन चमत्कार देखकर नमस्कार करनेवाली नहीं थी मैं, जो आस्था होनी चाहिए वो अभी तक नहीं आयी थी मुझमें, अभी तक सोच में ही थी की ये क्या है? कैसे है? क्यों है? फिर बाद में भाभी रिकवर होने लगी तो मुझे अंदर से हुआ की नहीं कुछ तो है, Bajrang Baan ka Chamatkar in Hindi फिर पता नहीं मुझे क्या हुआ मैंने हनुमानजी के लिए वाघा यानी वस्त्र डिज़ाइन करने के बारे में सोच लिया, प्रोफेशन से तो मैं फैशन डिज़ाइनर थी ही लेकिन ये मैंने अपने हाथों से वाघा यानी प्रभु के वस्त्र खुद डिज़ाइन किये और बनाये और एक वाघा बनाकर सारंगपुर मंदिर में दिया, प्रभु के लिए मेरे द्वारा बनाया गया वाघा वहा मंदिर के संतो को बहुत पसंद आया और उन्होंने आर्डर देना शुरू कर दिया, तबसे आज तक वहा की इन्क्वायरी आ रही है और मैं बना रही हूँ, कभी-कभी वहा की इनकम होती है उसमे से थोडा सा हिस्सा निकाल कर दादा की सेवा में वाघा अपनी तरफ से भेट करती हूँ और ये सिलसिला चलता गया और मुझे प्रभु की कृपा से बहुत सारा काम आने लगा, उसके बाद भी छोटे-मोटे बहुत सारे अनुभव हुए मुझे जो एहसास दिला रहे थे कि हनुमानजी सच में है और हमारी प्रार्थना सुन रहे है, तबसे मेरी आस्था प्रभु के प्रति बढ़ती गयी, सब लोग मुझे कहते थे की तुम बहुत भाग्यशाली हो जो तुम्हे दादा के लिए वाघा बनाने का अवसर मिला, Bajrang Baan ka Chamatkar in Hindi तब मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती थी कि क्या सच में जो काम मुझे आसानी से मिला था उस काम को लोग भाग्य समझते है और मुझे बिना कुछ किये ही ये भाग्य मिला जब पूरी तरह से मैंने हनुमानजी को मानना शुरू भी नहीं किया था, तब मैं समझ गयी कि दादा की कृपा मुझपर है, फिर एक बार गलती कर दी मैंने, मैं किसी से प्यार करती थी, हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे, मैं बहुत डरती थी उसे खोने से, जब-जब मेरी उससे लड़ाई होती थी तब मैं हनुमानजी से प्रार्थना करने चली जाती थी बालाजी हनुमान मंदिर पर और वे सब कुछ ठीक कर देते थे बिना विलम्भ किये एक ही दिन में, बिना खाना खाए मंदिर में उनके सामने सुबह से बैठी रहती और हनुमान चालीसा का पाठ करती जाती
एक संकल्प ने सब कुछ बदल दिया – बजरंगबली के चमत्कार की सच्ची घटना

Hanuman Chalisa Sankalp in Hindi एक संकल्प ने सब कुछ बदल दिया – बजरंगबली के चमत्कार की सच्ची घटना सभी भक्तों को जय श्री राम, आज मैं अपनी पहचान को गुप्त रख कर आप सभी के साथ मेरे साथ घटित हुआ हनुमानजी की कृपा से जुड़ा अनुभव शेयर करना चाहती हूँ, ये अनुभव मेरे लिए बहुत मायने रखता है जिससे मेरा प्रभु पर विश्वास और बढ़ गया है, Hanuman Chalisa Sankalp in Hindi मैं एक इंजिनियर हूँ और आईटी कंपनी में जॉब करती हूँ, मैं स्कूल के दिनों में पहले से ही एक अच्छी स्टूडेंट रही हूँ और हनुमानजी की भक्ति भी मुझे बचपन से ही मिली है, जब मैं 6 साल की थी जब मुझे ठीक से पढ़ना लिखना भी नहीं आता था तब से ही मैं हनुमानजी की भक्ति के लिए हमेशा प्रेरित रहती थी, उस वक़्त भी मैं हर मंगलवार के दिन अपनी मम्मी के साथ हनुमानजी के मन्दिर जाया करती थी और 9 साल की होते ही मुझे हनुमान चालीसा पाठ को कंठस्थ करने की इच्छा हुई खुद से ही, पर उस वक़्त मुझे स्कूल में हिंदी या अन्य भाषा सिखाई नहीं गयी थी, तो मैं हिंदी भाषा में हनुमान चालीसा की बुक को नहीं पढ़ पाती थी, और उन दिनों सबके पास इंटरनेट नहीं रहता था, इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ इंग्लिश में मिलना मुश्किल था, तो मेरी मम्मी ने मेरे लिए पूरी हनुमान चालीसा इंग्लिश भाषा में एक पेपर पे लिख दी, मैं उस पेपर को हमेशा अपने पास रखती थी और मंगलवार के दिन दिल से हनुमान चालीसा का पाठ करती थी, कुछ ही हफ्तों में मैंने हनुमान चालीसा के पाठ को कंठस्थ कर लिया जिसकी मुझे बहुत ख़ुशी थी, मेरी मम्मी को खूब धन्यवाद जिसने मुझे बचपन से ही हनुमानजी की भक्ति के लिए प्रेरित किया है, अब बात करते है मेरे अनुभव के एक ऐसे किस्से की जिसने प्रभु के प्रति मेरा विश्वास और बढ़ाया, Hanuman Chalisa Sankalp in Hindi पिछले कुछ महीनो से मैं अपनी जॉब बदलना चाहती थी और एक अच्छी कंपनी की तलाश में थी और उसी दौरान हमारे पड़ोस की जो आंटी है उन्हें हमेशा मेरे और अपने बच्चो के पढ़ाई के मार्क्स कम्पेयर करने की आदत थी क्योंकि उनके बच्चे पढ़ाई में एवरेज थे, एक दिन उन्होंने मेरी मम्मी को काफी सालों बाद अपने घर बुलाया और बातों ही बातों में उन्होंने मेरी मम्मी से कहा कि उनके लड़के ने एक नयी कंपनी ज्वाइन की है, उस बात के लिए मेरी मम्मी ने उन्हें बधाई दी, फिर उस आंटी ने मेरी मम्मी से मेरी सैलरी के बारे में पुछा, लेकिन मम्मी ने उसे नहीं बताया, तो उस आंटी ने मेरी मम्मी को निराश करने वाली बात कही की, “शायद आपकी लड़की मेरे लड़के से कम कमाती होती”, फिर जब मेरी मम्मी घर आई तो उन्होंने मुझे उस बारे में बात की, सच में जयेश भाई मैं सोच ही सकती हूँ की मेरी मम्मी पर क्या बीती होगी और उनके उस अपमान से मेरा दिल टूट गया था मैं काफी निराश हो गयी थी और मेरा आत्मविश्वास भी कम हो गया था, Hanuman Chalisa Sankalp in Hindi जयेश भाई फिर उसके 1 से 2 दिन बाद मैंने पहली बार आपकी एक वीडियो देखी जिसमे आपने संकल्प के बारे में बताया है और वो देखने के बाद हनुमान जी के प्रति अगाध भक्ति और विश्वास होने की वजह मैंने तुरंत संकल्प ले लिया, मैंने नयी जॉब के लिए इंटरव्यू देना जारी रखा, मुझे ऑफर भी मिले पर मैं उन ऑफर्स से कन्विंस्ड नहीं थी, मैंने अपना संकल्प मंगलवार के दिन पूर्ण किया, पर फिर भी अब तक मेरे पास अच्छा ऑफर नहीं था, मेरे अन्दर की नेगेटिव साइड ये कह रही थी कि कुछ नहीं होगा और पॉजिटिव साइड हनुमान जी पर अटूट विश्वास रखने को कह रही थी, पढ़े: इस भक्त ने हनुमान चालीसा की ताकत को महसूस किया – बजरंगबली के चमत्कार की सच्ची घटना जयेश भाई आप विश्वास नहीं करोगे उसी दिन मंगलवार को मुझे एक कंपनी के HR का कॉल आया इंटरव्यू के लिए, मैंने तुरंत इंटरव्यू के लिए हां कर दी जो अगले दिन यानी बुधवार को था, ज्यादातर आईटी इंजिनीर्स को ये मालूम होगा कि एक दिन में इंटरव्यू का प्रोसेस पूरा नहीं होता लेकिन मेरा उसी दिन पूरा हुआ, मैंने बुधवार के दिन ही इंटरव्यू के सारे राउंड्स पूरे कर दिए थे और प्रभु की कृपा से गुरूवार के दिन मुझे जोइनिंग के लिए ऑफर लेटर मिल गया और सिर्फ 2 दिन में हायरिंग प्रोसेस पूरा हुआ और मेरे हाथ में ऑफर लेटर था, और सबसे बड़ी सरप्राइज तो ये थी की जिस कंपनी में मेरा इंटरव्यू हुआ था और मुझे ऑफर मिला था वो वही कंपनी थी जहां वो आंटी का लड़का काम कर रहा था और प्रभु की कृपा तो देखो एक और बड़ी सरप्राइज ये थी की मुझे उस लड़के से भी ज्यादा सैलरी ऑफर की गयी थी, मैं अपने आपको खुशनसीब मानती हूँ जो मेरे आराध्य हनुमानजी ने इतनी बड़ी कृपा मुझपर की, सच कहुँ जयेश भाई हनुमानजी कभी भी अपने भक्तों को दुखी नहीं देख सकते, उन्हें सब पता है की किसको कब और कैसे जवाब देना है, कभी किसी का इनसल्ट ना करे, क्योंकि क्या पता आप किसी सच्चे भक्त का दिल दुभा रहे हो, ये अनुभव लिखते हुए भी हनुमानजी को याद करके मेरी आँखों से आंसू आ रहे है, मैंने पहले ही ये निश्चय कर लिया था की जैसे ही मुझे अच्छी आफर और सक्सेस्स्फुल्ली एक नयी कंपनी ज्वाइन कर लूंगी तब मैं जयेश भाई को अपना अनुभव जरूर शेयर करुँगी और आज वो दिन आ ही गया, Hanuman Chalisa Sankalp in Hindi मैं करीब 2 सालों से आपका चैनल फॉलो कर रही हूँ और अपने आप को खुशनसीब मानती हूँ, हर एक अनुभव जो मैं आपके चैनल में देखती हूँ, वो मेरा हनुमानजी के प्रति विश्वास और बढ़ाता है और हर बार मेरी आँखों से आंसू आ जाते है जब आप कहते है, “तो ऐसे ही है हमारे बजरंगबली”, बस आखिर में यही कहना चाहूंगी कि कभी किसी का अपमान ना करे, अच्छे कर्म करते रहे, अपने आप को प्रभु के
इस भक्त ने हनुमान चालीसा की ताकत को महसूस किया

Hanuman Chalisa ki Takat in Hindi इस भक्त ने हनुमान चालीसा की ताकत को महसूस किया – बजरंगबली के चमत्कार की सच्ची घटना मेरा नाम सुधांशु सिंह है और मैं बरैली उत्तर प्रदेश ले बिलोंग करता हूँ और गाजियाबाद में रहता हूँ, मैं एक MNC कंपनी में जॉब करता हूँ, जयेश भाई मैं करीब एक साल से आपके वीडियोस देखता आ रहा हूँ और आज कल तो हर रोज देख रहा हूँ, Hanuman Chalisa ki Takat in Hindi आपकी वीडियोस में भक्तों पर हनुमान जी की कृपा को देखकर और कैसे प्रभु अपने भक्त की सहायता करते है वो देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है, आज मैं भी अपने साथ हाल ही में घटित हुआ हनुमान जी की कृपा से जुड़ा अनुभव शेयर करना चाहता हूँ, मेरी उम्र 40 क्रॉस हो गयी है मुझे डायबिटीज है, पिछले साल मुझे BPV नाम की एक प्रॉब्लम शुरू हो गयी, जिसमे लेटे रहने पर एक साइड टर्न करने पर मुझे सीवियर चक्कर आने शुरू हो जाते, जिसकी वजह से मुझे काफी परेशानी हुई, मेरे एक कजिन आर्मी में डॉक्टर है उसने मुझे फ़ोन पे कुछ मेडिसिन्स बतायी और मैं ले आया, मैं 15 दिनों में ठीक हो गया था, पर पिछले महीने जनवरी में मुझे फिर से वही प्रॉब्लम शुरू हो गयी और फिर से दिक्कत होने लगी और इस बार टेंशन बढ़ गया और मैं घबरा भी गया, Hanuman Chalisa ki Takat in Hindi मैंने फिर अपने कजिन डॉक्टर को बताया और उन्होंने 7 दिन के लिए कुछ मेडिसिन्स बता दी और बोला आय होप इससे आराम मिलना चाहिए, पर किसी कारणवश मैं वो मेडिसिन्स लाना ही भूल गया, यहाँ मैं आपको बता दूं कि वैसे तो मैं सालों से हनुमान चालीसा को अपने म्यूजिक सिस्टम पर अक्सर सुनता था और सुनकर बहुत अच्छा लगता था, पर अब आपके वीडियोस से प्रेरित होकर मैंने 20 जनवरी 2022 से हनुमान चालीसा को मोबाइल में डाउनलोड कर के सुबह और रात को पढ़ना शुरू कर दिया, कभी-कभी तो 4 बार पाठ कर रहा हूँ, उसका अर्थ भी देखा बहुत अच्छा लगा हनुमान चालीसा का पाठ कर के, मुझे 20 जनवरी के बाद हनुमान चालीसा पढ़ते हुए सिर्फ 4-5 दिन ही हुए थे और मुझे अचानक ध्यान आया की, अरे मेरे वो सीवियर चक्कर कहा गए जो हर रोज मुझे आते थे पिछले 10 दिनों से, मैं तो मेडिसिन्स लाना भी भूल गया था जो मेरे कजिन डॉक्टर ने बतायी थी, पढ़े: चारो तरफ से संकट ही संकट – हनुमानजी के चमत्कार की सच्ची घटना क्या प्रभु की कृपा हुई है मुझपर? ये कैसा चमत्कार हुआ? मैं विश्वास ही नहीं कर पा रहा था और बहुत खुश भी था इस चमत्कार को महसूस करके और मैंने इस बारे में अपनी वाइफ को भी बताया की मैंने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू किया है और इस चमत्कार के बारे में बताया, वो भी बहुत खुश हो गयी कि मुझे चक्कर आने बंद हो गए, जो इतनी मेडिसिन्स खाने के बाद भी ठीक नहीं हुए थे, Hanuman Chalisa ki Takat in Hindi इस घटना के बाद प्रभु के प्रति मेरा विश्वास और बढ़ गया, 20 फेब्रुअरी को एक महीना हो जायेगा मुझे हनुमान चालीसा पढ़ते हुए, थैंक यू जयेश भाई, आपकी ही वजह से मैं आज हनुमान जी की शरण में हूँ, उनका पाठ करता हूँ, आशा करता हूँ कि हनुमान जी मुझे सही पथ पर रखेंगे और मुझपर कृपा करते रहेंगे और उनसे प्रार्थना भी करता हूँ की मेरा विश्वास और लगन उनके लिए और अधिक बढे, वे सही में बहुत ही कृपालु है, अरे जयेश भाई आप कहते है ना “तो ऐसे ही है हमारे बजरंगबली” वो बिलकुल सच है….प्रभु की कृपा ऐसे ही अपने सभी भक्तों पर बनी रहे, तो दोस्तों देखा आपने सच्चे दिल से हनुमान चालीसा का पाठ करने से कैसे इस भक्त की पीड़ा दूर हुई, हनुमान चालीसा के पाठ में बहुत शक्ति है, बस पवित्र मन से प्रभु को याद करके ये पाठ करे देखना प्रभु की कृपा आप पर जरूर होगी….तो ऐसे ही है हमारे बजरंगबली Subscribe Secret Mysteries on YouTube Hanuman Chalisa ki Takat in Hindi , इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.