बजरंगबली की भक्ति से इन 5 बाधाओं से बचा जा सकता है

Hanumanji Pooja Vidhi

Shri Hanumanji Pooja Vidhi बजरंगबली की भक्ति से इन 5 बाधाओं से बचा जा सकता है सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना ॥ अर्थात: हे महावीर, जो कोई भी आपकी शरण में आता है। उसे अनंत सुख की प्राप्ति होती है और जिसके रक्षक आप है तो उसे किसका डर नहीं रहता। Shri Hanumanji Pooja Vidhi हमारे हिन्दू धर्म में सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले देवता है श्री रामभक्त हनुमानजी। जोकि इस कलयुग के सबसे शक्तिशाली और जाग्रत देव है। जो अपने भक्तों के हर संकट को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर रहते है। जिस भी भक्त पर श्री हनुमानजी की कृपा होती है उसका कोई बाल भी बांका नहीं सकता। यहाँ तक कि मंगल और शनि के बुरे प्रभाव से भी बचा जा सकता है। श्री हनुमानजी बहुत ही दयालु और शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता है। इस कलयुग में श्री हनुमानजी की भक्ति अति आवश्यक है। कई लोग बाबाओं और तांत्रिकों के चक्कर में फंस जाते है और भटकते रहते है। क्योंकि वे श्री हनुमानजी की भक्ति की शक्ति को नहीं पहचानते। तो आईये जानते है श्री हनुमानजी की भक्ति की शक्ति से हम किन 5 बाधाओं से बच सकते है। आप पढ़ रहे है: Shri Hanumanji Pooja Vidhi ke Upay 1 – भूत प्रेत से रक्षा भूत पिशाच निकट नहिं आवै, महावीर जब नाम सुनावै॥ अर्थात: जहाँ कही भी महावीर हनुमानजी का नाम सुनाया जाता है, वहा भूत, प्रेत, पिशाच और रात्रि में घूमने वाली दुष्ट आत्माओ की पास फटकने की भी औकात नहीं होती। जिस इंसान को भूत पिशाच या नकारात्मक शक्तियों से डर लगता है। उसे नित्य श्री हनुमानजी के नाम का स्मरण करना चाहिए। कुछ ही समय में आप भयमुक्त हो जायेंगे। भूत-प्रेत जैसी ऊपरी बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए श्री हनुमान चालीसा के साथ साथ बजरंग बाण का भी पाठ करना चाहिए और हर मंगलवार और शनिवार को श्री हनुमान मंदिर जाकर श्री हनुमानजी को तेल सिन्दूर अर्पित करे। पढ़े: हर संकट से बचाएगा ये शक्तीशाली हनुमान मंत्र फैक्ट्री या व्यवसाय के स्थान पर भूत पिशाच का साया न पड़े इसलिए इन स्थानों पर श्री हनुमानजी का लाल रंग का ध्वज यानि झंडा लगाए। अगर आपका घर किसी शमशान या खंडहर के पास स्थित है तो घर की छत पर श्री हनुमान ध्वज ज़रूर लगाए। अगर आप अंधेरे से डरते है या भूत प्रेत आत्माओं से डर लगता है तो रात को सोने से पहले हाथ पैर मुँह धोकर पूर्व दिशा की ओर आसन पर बैठकर “ॐ हं हनुमंते नम:” मंत्र का 108 बार जाप करके सो जाये। धीरे धीरे आप में से वो डर दूर हो जायेगा। 2 – ग्रह बाधा जिन लोगों पर शनि, मंगल या अन्य किसी ग्रह की बाधा है या फिर साढ़े साती या अढ़ैय्या की महादशा चल रही है तो आपको जरा भी घबराने की ज़रूरत नहीं है। जिन लोगो पर श्री बजरंगबली की कृपा होती है उनका शनि या यमराज बाल भी बांका नहीं कर सकते। हर मंगलवार और शनिवार को श्री हनुमान मंदिर जाये श्री हनुमान चालीसा के साथ सुंदरकांड का पाठ करे श्री हनुमानजी के साथ साथ शनिदेव भी आप पर मेहरबान हो जायेंगे। हर शनिवार को श्री हनुमानजी के मंदिर जाकर आटे के दिये की माला का उपाय कर सकते है। 3 – सारे रोग दूर होते है नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥ अर्थात: हे वीर हनुमान, आपका निरंतर स्मरण करने से सारे रोग शोक पीड़ा मिट जाते है। यदि आप किसी रोग या पीड़ा से दुखी है तो श्री हनुमान बाहुक का पाठ ज़रूर करे। श्री हनुमान बाहुक का पाठ करने से कई शारीरिक पीड़ा से छुटकारा पाया जा सकता है। जल का पात्र सामने रख कर श्री हनुमान बाहुक का पाठ 21 या 26 दिन तक मुहूर्त देखकर करे। हर रोज़ उस जल को पीकर दूसरा जल रख दे। श्री हनुमानजी की कृपा से शरीर की समस्त पीड़ाओं से छुटकारा मिल जायेगा। 4 – दुर्घटना से बचना दुर्घटना का होना बहुत ही दुखदायक होता है। घटना दुर्घटना को शनि और राहु केतु अंजाम देते है। जैसे एक्सीडेंट हो जाना या कही आग लग जाना या फिर अचानक कोई मुसीबत का आ जाना। श्री हनुमानजी की भक्ति से सभी तरह की घटना दुर्घटना से बचा जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले तो अपने आप को श्री हनुमानजी की भक्ति के लिए समर्पित कर दे। प्रति दिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दे और हर मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ ज़रूर करे। शाबर मंत्रो का जाप भी कर सकते है। 5 – तनाव और चिंता बहुत से लोगो को अनावश्यक भय सताता रहता है। जिसके कारण वे हमेशा तनाव में रहने लगते है। उन्हें तनाव में रहने की आदत पड़ जाती है और तनाव और चिंता के कारण वे कई तरह के रोगों से घिर जाते है। ऐसे में मन ही मन श्री हनुमानजी का स्मरण करके “ॐ हनुमंते नम:” का जप करते रहना चाहिए। हर रोज़ सुबह नित्यकर्म से निपटने के बाद और रात को सोने से पहले हाथ पैर और मुँह धोकर आसन पर बैठकर 108 बार इस मंत्र जाप करे, धीरे धीरे भय, चिंता, टेंशन, डिप्रेशन दूर हो जायेंगे। तो आज से ही दिए गए उपाय करना शुरू करे ताकि श्री हनुमानजी की कृपा से आप इन 5 बाधाओं से बच सके। Subscribe Secret Mysteries on YouTube Hanumanji Pooja Vidhi in Hindi, इस पोस्ट पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और इस पोस्ट को शेयर करना ना भूले। धन्यवाद 🙂 जयेश वाघेला

सुंदरकांड की इस चमत्कारी स्तुति से शनि भी हो जाएंगे मेहरबान

Sunderkand Path

सुंदरकांड की इस चमत्कारी स्तुति से शनि भी हो जाएंगे मेहरबान श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने लिए उनके भक्त अलग अलग तरीके अपनाते है। कोई श्री हनुमान चालीसा पढ़ता है तो कोई बजरंग बाण, कोई हनुमानअष्टक पढता है तो कोई मंत्रो का जाप करता है, वैसा ही एक पाठ है सुंदरकांड। Sunderkand Path in Hindi  मंगलवार को श्री हनुमान जी का वार माना जाता है। क्योंकि श्री हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हुआ था। इसीलिए मंगलवार के दिन श्री हनुमान जी की पूजा पाठ करने का विशेष महत्व है। मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। अगर कोई भक्त इस दिन श्रद्धापूर्वक सुंदरकांड का पाठ करता है उसके सारे मनोरथ पूर्ण होते है। गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड का पाठ ज़्यादा तर सुभ कार्यो की शुरुवात पे किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति जीवन में परेशान हो, आत्मविश्वास की कमी हो और केवल असफलता का ही सामना करना पड़ रहा हो या और कोई समस्या हो तो सुंदरकांड के पाठ से शुभ फल की प्राप्ति होती है। संपूर्ण श्रीरामचरितमानस भगवान श्री राम के पुरुषार्थ और गुणों को दर्शाती है। सुंदरकांड एक मात्र ऐसा अध्याय है जो श्री हनुमान जी की विजय का है। ये एक भक्त की जीत का कांड है। जिसका पाठ करने से बजरंगबलि शीघ्र प्रसन्न होते है और आपकी हर मनोकामना पूर्ण करते है। सुंदरकांड पाठ करने से हमारे ग्रहो के कई दोषो से बचा जा सकता है जैसे की साढ़े साती, मंगल दोष, राहु केतु, पनौती, पितृ दोष, आदि। यहाँ तक कि शनिदेव के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है। सुंदरकांड का पाठ करने से शनिदेव भी होते है मेहेरबान। पढ़े: बजरंग बाण का पाठ कब और कैसे करे? Bajrang Baan वैसे तो पूरे सुंदरकांड के पाठ को विधिवत और सही तरीके से करने के लिए 2-3 घंटो का समय लगता है। अगर आप के पास समय की पाबंदी हो तो आप हर रोज 11 चौपाइयों का पाठ कर सकते है। पाठ करते समय शांति से और पूर्ण ध्यान के साथ यह पाठ करे। Sunderkand Path Stuti अगर इन 11 चौपाइयों का भी पाठ न हो पाये तो आप इस चमत्कारी स्तुति का भी पाठ कर सकते है जिससे श्री हनुमानजी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी, जो की है: अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं। दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं। रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥ सुंदरकांड के पाठ से भक्त को मानसिक शक्ति प्राप्त होती है। किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए भक्त को आत्मविश्वास मिलता है। सुंदरकांड आत्मविश्वास के साथ इच्छा शक्ति बढ़ाने वाला कांड है। सुंदरकांड का पाठ करने से श्री हनुमान जी के साथ साथ प्रभु श्री राम की भी कृपा प्राप्त होती है। Subscribe Secret Mysteries on YouTube Sunderkand Path in Hindi, इस पोस्ट पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं इस पोस्ट पर आप अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और इस पोस्ट को शेयर करना ना भूले. धन्यवाद 🙂 जयेश वाघेला