ये तो सिर्फ हमारे बजरंगबलि ही कर सकते है

21 din sankalp kripa chamatkar in Hindi

Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi ये तो सिर्फ हमारे बजरंगबलि ही कर सकते है – हनुमान जी के चमत्कार की सच्ची घटना मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूँ, मैं गुजरात के बरोडा की रहने वाली हूँ, सबसे पहले जयेश भाई आपको बहुत-बहुत धन्यवाद क्योंकि आपके चैनल की वीडियोस की वजह से मेरे मन में श्री हनुमानजी के प्रति श्रद्धा और विश्वास बढ़ता ही जा रहा है, Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi मैंने आपके चैनल की श्री हनुमान जी के चमत्कार और महिमा से जुडी हर एक वीडियो देखि है और ये महसूस किया है कि जब हम संकट समय में सच्चे दिल से बजरंगबली से प्रार्थना करते है तो वे किसी न किसी रूप में अपने भक्त की सहायता करने ज़रूर आते है, जयेश भाई मैंने भी श्री हनुमान जी की कृपा को महसूस किया है और मैं चाहती हूँ की आप मेरा अनुभव लोगो तक पहुंचाए ताकि लोगो की श्री हनुमानजी के प्रति श्रद्धा और विश्वास बढे, आज से लगभग एक साल पहले मेरे पति को डायबिटीज बहुत ज़्यादा हो गया था, क्योंकि उस दौरान मेरी बेटी की शादी थी, तो वे शादी की तैयारियों में लगे थे, तो उनसे खाने-पीने का परहेज नहीं रहा, कई बार उन्होंने मिठाई भी खा ली थी जिसकी वजह से उनका शुगर 380 के ऊपर चला गया था, शुगर बढ़ने तक तो ठीक है पर उसका असर किडनी पर पड़ रहा था, जिसकी वजह से किडनी का फंक्शन कम हो रहा था, जिसके चलते हमने तुरंत रिपोर्ट्स करवाई और डॉक्टर को दिखाया, आप पढ़ रहे है: Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi डॉक्टर ने इंसुलिन लेने की सलाह दी, क्योंकि किडनी फंक्शन का GFR-41 हो गया था, डॉक्टर ने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो किडनी फंक्शन करना बंद कर देगी और डायलिसिस करवानी पड़ सकती है, ये सुनकर तो हमारे पैरो तले जमीन हिल गयी और हम बहुत डर गए थे, क्योंकि ये कोई छोटी बात नहीं थी और इंसुलिन चालू करवाने के लिए हम डर रहे थे, क्योंकि हमने सुना था कि एक बार इंसुलिन शुरू करते है तो पूरी जिंदगी लेनी पड़ती है, वहाँ तक तो ठीक था पर हमारी पड़ोस में एक महिला इंसुलिन लेने के बाद, खाना नहीं जाने की वजह से गुज़र गयी, इसीलिए हम बहुत ज्यादा डर गए थे, हमें इंसुलिन शुरू नहीं करवानी थी, लेकिन GFR भी कम हो रहा था और हमारी चिंता बढ़ती ही जा रही थी और उसी वक़्त आपकी चैनल पर मैंने श्री हनुमान जी के चमत्कार से जुडी वीडियोस देखि और लगभग 2 से 3 दिनों में मैंने आपकी सारी वीडियोस देख ली, आपकी वीडियोस देखकर ही मेरे मन में श्री हनुमान जी के प्रति श्रद्धा जागृत हुई, मैंने किसी से कुछ नहीं कहा, बस मंदिर में दिया जलाया और सच्चे मन से बजरंगबली से प्रार्थना की कि “हे हनुमान दादा, आप हमेशा अपने भक्तों के दुःख हरने दौड़े चले आते है, मेरी भी प्रार्थना सुनिये प्रभु हमें इस संकट से बचाये हमें सही रास्ता दिखाए, मैं 108 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करुँगी” पढ़े: इस हनुमान भक्त पर आई आफत फिर जो हुआ वो खुद ही देख लो और बजरंगबली ने हमें रास्ता दिखाया, मेरी बेटी का एक फ्रेंड है, उसने कहा की यहाँ एक अच्छा डॉक्टर है, उसे एक बार दिखा दो, क्या कहते है देखो, बाद में हम तय करते है के क्या करना है, हम तुरंत दूसरे दिन उस डॉक्टर के पास गए, उसने फिर से रिपोर्ट्स करवाई और दवाई भी दी, उसने कहा की अगले 15 दिन तक ये दवाई लो, जयेश भाई ये लिखते हुए भी मेरे रोंगटे खड़े हो रहे है क्योंकि जब 2 दो दिन बाद रिपोर्ट्स आई तो GFR -53 आये, डॉक्टर ने भी कहा कि ये कोई चमत्कार ही है, वरना GFR दो दिन में 41 से 53 कभी नहीं हो सकता, क्योंकि 5 से 6 महीने परहेज़ और दवाई लेने के बाद 2-3 GFR बढ़ता है और यहाँ पर दो दिन में 12 GFR बढ़ गया, जयेश भाई ये मेरे बजरंगबलि की ही कृपा थी जो उन्होंने हमें सही समय पर सही रास्ता दिखाया और हमने दूसरे डॉक्टर की सलाह ली, मैंने तुरन्त ही 108 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया और बजरंगबली को खूब धन्यवाद किया, जो उन्होंने हमें बड़े संकट से बचाया, उससे ज्यादा अभी तो मेरे बजरंगबली की कृपा तो देखो, मेरे पति का GFR अभी 63 हो गया है और 60 के ऊपर हो तो इंसुलिन की ज़रूरत नहीं पड़ती, मेरे बजरंगबलि बहुत ही दयालु है वे सच में अपने भक्तों की पीड़ा हरने दौड़े चले आते है, जयेश भाई तबसे मैं हर रोज़ हनुमान बाहुक का पाठ करती हूँ और रात को रोज़ 11 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करती हूँ, मुझे मेरे बजरंगबलि पर अटूट विश्वास है कि वे हमें कभी अकेले नहीं छोड़ेंगे, जब भी मैं उनके सामने प्रार्थना करती हूँ तो ऐसा लगता है कि वे मेरे सामने ही मौजूद है, मुझसे बात कर रहे है, मेरी प्रार्थना सुन रहे है और जो भी जवाब होता है वो मुझे मेरे अंतर मन से मिल जाता है, मैं तकरीबन एक साल से श्री हनुमान जी की शरण में गयी हूँ, तब से मेरे बजरंगबलि ने मुझपर कोई संकट नहीं आने दिया, उन्होंने किसी न किसी रूप में मुझे राह दिखाई है, Hanumanji ki Sacchi Kahani जयेश भाई आप बहुत ही पुण्य का काम कर रहे हो, आप लाखों लोगो की दुवाओ के हकदार हो, आपके चैनल की वजह से कई लोगो को जीवन जीने की सही राह मिली होगी, कितनी दुवाये होगी आपके साथ, मेरी बजरंगबलि से एक ही प्रार्थना है की ये अच्छा कार्य आप करते रहे, ताकि लोगो का श्री हनुमान जी के प्रति विश्वास बढ़ता रहे. Subscribe Secret Mysteries on YouTube Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.

इस महिला भक्त ने हनुमान जी को लगाई मदद की गुहार फिर जो हुआ उसे देखकर आप दंग रह जायेंगे

Hanumanji ka Chamatkar Hindi me

Hanumanji ka Chamatkar Hindi me इस महिला भक्त ने हनुमान जी को लगाई मदद की गुहार फिर जो हुआ उसे देखकर आप दंग रह जायेंगे मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूँ, मैं महाराष्ट्र की रहने वाली हूँ, ईश्वर की कृपा से मेरे जीवन में सब सही चल रहा था, पसंद के लड़के से शादी हुई, शादी के 2 साल बाद बेटे का जन्म हुआ, हम सब बहुत खुश थे, हमें कोई प्रॉब्लम नहीं थी, लेकिन आगे जो होने वाला था वो तो हम सपने में भी नहीं सोच सकते थे, Hanumanji ka Chamatkar Hindi me डिलीवरी के 2 महीने के बाद मेरे EAR यानी कान के निचे एक ट्यूमर आया, हमने डॉक्टर को दिखाया तो वो बोले नार्मल ट्यूमर है ठीक हो जायेगा और दवाई खाने के बाद वो ठीक भी हो गया, दूसरी तरफ मेरा बेटा बड़ा हो रहा था लेकिन वो बाकी बच्चो से कुछ अलग लगता था, करीब 6 महीने के बाद बच्चे बैठने लग जाते है, पर मेरा बेटा तो अपनी गर्दन भी होल्ड नहीं कर पा रहा था, धीरे-धीरे टेंशन बढ़ता गया, हमने मुंबई में एक बड़े न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाया तो उन्होंने ब्रेन MRI करने को कहा, जब रिपोर्ट आई तो हमारे पैरों तले ज़मीन खिसक गयी, डॉक्टर ने कहा कि बच्चा एबनॉर्मल है और वो कुछ नहीं करेगा, डॉक्टर ने ये भी कहा की वो कभी भी बैठ या चल नहीं पायेगा, ये सुनकर तो मानो मेरा दिमाग सुन्न हो गया था, हमें कुछ पता ही नहीं चल रहा था की हम क्या करे, डॉक्टर ने फिजियोथेरेपी करने की सलाह दी, पढ़े: जो डॉक्टर नहीं कर पाये वो हनुमान जी ने कर दिया मैंने फिजियोथेरेपी शुरू करवा दी हर एक दिन टेंशन में ही गुजरता था, लेकिन अभी तो बहुत कुछ बाकी था, फिर अचानक से फिर से मेरे गले पर बहुत सारे ट्यूमर आने लगे, हमने जब डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा कि टेस्ट करवाना होगा और ऑपरेशन करके एक ट्यूमर निकाल के टेस्ट के लिए भेजा गया, जब उसकी रिपोर्ट आई तो पता चला की मुझे TB (ट्यूबरक्लोसिस) है, हमने तुरंत ट्रीटमेंट स्टार्ट कर दी, 2 साल गुज़र गए, ना मेरे बेटे को फर्क पड़ा और ना मेरी बीमारी ठीक हुई, मेरा बेटा बस लेटे रहता था दिन भर और मेरी बीमारी जो 6 महीने के दवाई के कोर्स से ठीक होती है वो 2 साल में भी ठीक नहीं हुई, मेरे पति और मेरे परिवार वालों ने मुझे बहुत सपोर्ट किया, इस बीच डॉक्टर ने मेरे बेटे के बारे में कहा की अगर 3 साल के पहले आपका बेटा खुद उठकर नहीं बैठा तो वो कभी भी चल नहीं सकेगा, फिर एक दिन मेरे देवर जी का फ़ोन आया और पुछा मेरे बेटे की जन्मकुंडली एक गुरूजी को दिखाऊ क्या? मैंने भी हाँ कर दी, गुरूजी ने मुझे 40 दिन तक रोज़ सुबह श्री हनुमान जी के मंदिर जाकर 11 लौंग की माला चढाने और शाम के समय श्री हनुमान जी के सामने दिया जलाने को कहा, गुरूजी ने जैसे कहा मैंने वो करना शुरू कर दिया और 40 दिन पूरे किये, हर रोज़ मैं प्रभु से एक ही प्रार्थना करती कि मेरा बेटा खुद से उठकर बैठ जाये, मैं मेरे बजरंगबली के सामने खड़े होकर ज़िद करती थी, बाद में मुझे भी ये ठीक नहीं लगता था पर क्या करूँ दिमाग नहीं चल रहा था, 40 दिन के बाद तो मैंने मंदिर जाना बंद कर दिया पर मेरा मन नहीं लगता मुझे अब आदत सी हो गयी, फिर से मैंने मंगलवार और शनिवार के दिन मंदिर जाना शुरू कर दिया, आप पढ़ रहे है: Hanumanji ka Chamatkar Hindi me मेरा बेटा अब 2 साल 6 महीने का हो गया था मन में डर बढ़ने लगा था, उसे एक्सरसाइज तो कराती थी पर वो रेस्पॉन्ड नहीं करता बस लेटे रहता और एक दिन वो मेरे पास लेटे-लेटे ही खेल रहा था, मैंने ऐसे ही उसे हाथ लगाकर कहा चलो उठो तो वो अचानक उठकर बैठ गया, मुझे तो कुछ समझ नहीं आया मैंने फिर से उसे लेटा दिया और उठने को कहा तो फिर से वो उठकर बैठ गया, कल तक सिर्फ लेटे रहनेवाला लड़का जो अपनी गर्दन भी होल्ड नहीं कर पा रहा था वो आज अचानक से बैठ रहा था, इस तरह 3 से 4 दिन तक चला उठो बोलने पर वो उठ रहा था और फिर पांचवे दिन से तो वो बिना कुछ कहे ही उठने लगा और बहुत अच्छे से बैठने लगा, घर पर सब ख़ुशी से पागल हो गए थे, कोई कुछ भी कहे मुझे पता था की ये मेरे बजरंगबली की कृपा से ही हुआ है, श्री हनुमान जी ने मेरी ज़िद पूरी कर दी और मैंने जो उनसे नहीं माँगा था वो भी मुझे दे दिया, Hanumanji ka Chamatkar Hindi me मेरी TB की ट्रीटमेंट 2 साल से चल रही थी लेकिन रिपोर्ट नार्मल नहीं आ रहा था, हमने डॉक्टर चेंज किया दूसरे डॉक्टर को दिखाने के बाद फिर से ऑपरेशन से ट्यूमर निकाल के टेस्ट करना था, 15 दिन बाद रिपोर्ट आया और मुझे फ़ोन आया कि आपकी रिपोर्ट नार्मल है, डॉक्टर बोले अब कोई मेडिसिन खाने की ज़रूरत नहीं, उस समय मुझे जो महसूस हुआ वो मैं शब्दों में नहीं बता सकती, मैं पूरी तरह से ठीक हो चुकी थी, मेरे मन में श्री हनुमान जी के प्रति भक्ति और बढ़ गयी, जब से मैंने श्री हनुमान जी को जाना है तबसे दिल से सारा बोज उतरसा गया है, मेरा बेटा भले ही बाकी बच्चो सा नहीं है पर मैं उसे मेरी जान से ज़्यादा प्यार करती हूँ, जिस बच्चे को डॉक्टर ने साफ़-साफ़ कह दिया था की वो कुछ भी नहीं करेगा, श्री हनुमान जी की कृपा से अब वो अच्छे से बैठ जाता है और मेरा हाथ पकड़कर चल भी पाता है, मुझे पूरा विश्वास है की श्री हनुमान जी की कृपा से एक दिन वो खुद अपने पाँव पर चलेगा, अब मैं और मेरा बेटा एकदम स्वस्थ और खुश है, Hanuman ji se Judi Sacchi Ghatna मैं घर की ज़िम्मेदारी के चलते ज़्यादा समय नहीं दे पाती पर रोज़ श्री हनुमान चालीसा का पाठ, मंगलवार का

श्री हनुमान जी की भक्ति से जुड़े 10 सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब

Hanuman ji ki Pooja se Jude Sawaal Jawab  श्री हनुमान जी की भक्ति से जुड़े 10 सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब 1. घर में कौन सी दिशा में लगाये श्री हनुमान जी का चित्र? वास्तु के अनुसार श्री हनुमान जी का चित्र हमेशा दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके श्री हनुमान जी का चित्र इसलिए अधिक शुभ है क्योंकि श्री हनुमानजी ने अपना प्रभाव सर्वाधिक इसी दिशा में दिखाया है। Hanuman ji ki Pooja se Jude Sawaal Jawab  श्री हनुमान जी का चित्र लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली हर बुरी ताकत श्री हनुमान जी का चित्र देखकर लौट जाती है। इससे घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है। शास्त्रों के अनुसार श्री हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और इसी वजह से उनका चित्र बैडरूम में न रखकर घर के मंदिर में या किसी अन्य पवित्र स्थान पर रखना शुभ रहता है। बैडरूम में रखना अशुभ है। घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र लगाने से घर में कभी भी बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर सकती और एक बात का ध्यान ज़रूर दे आप जहाँ पर भी श्री हनुमान जी का चित्र लगाते है वहा साफ़ सफाई यानी पवित्रता ज़रूर रखे. Hanuman ji ki photo kaha lagaye आप पढ़ रहे है: Hanuman ji ki Pooja se Jude Sawaal Jawab  2. मंगलवार व्रत में किसी तरह की रूकावट आये तो क्या करे? दोस्तों श्री हनुमान जी के मंगलवार का व्रत करने से भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है, लेकिन कभी कभी किसी कारणवश व्रत के दौरान कुछ रुकावट आ जाती है, जैसे कि उस दिन हमारी सेहत अच्छी ना होना, घर परिवार में किसी का देहांत हो जाना या फिर महिलाओं के मासिक धर्म की समस्या, आदि अगर आपको भी मंगलवार व्रत के दौरान इन समस्याओं का सामना करना पड़े तो घबराएं नहीं, अगर ख़राब सेहत की वजह से आप व्रत नहीं कर पाते तो सेहत ठीक होने के बाद आप अपने व्रत जारी यानी कंटिन्यू कर सकते है, अगर घर परिवार में दुर्भाग्यवश किसी का देहांत हो जाता है तो आप घर का सूतक खत्म होने के बाद अपने व्रत को जारी कर सकते है आपको पहले से शुरुवात करने की ज़रूरत नहीं, Mangalvar Vrat ख़ास कर महिलाओं को व्रत हो या संकल्प उनके मासिक धर्म की वजह से रूकावट आती ही है, लेकिन आप चिंता न करे मासिक धर्म पूरा होने के बाद आप अपने व्रत हो या कोई संकल्प जारी कर पूरा कर सकते है, 3. श्री हनुमान जी को भोग में क्या लगाएं? दोस्तों हमारे हिन्दू धर्म में देवी देवताओं को भोग लगाने की मान्यता है, भोग लगाने से भी भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, Hanuman ji ko Bhog हमारे बजरंगबली का अति प्रिय भोग है गुड-चने और लड्डू, आप मंगलवार के दिन श्री हनुमान जी को गुड़-चने या फिर केसरिया बूंदी लड्डू, बेसन लड्डू या मलाई-मिश्री के लड्डू का भोग लगा सकते है, इसके अलावा आप प्रभु को नारियल, पान का बीड़ा, रोत या रोठ, केसर भात या फिर पंचमेवा जैसे की काजु, बादाम, किशमिश, छुआरा, खोपरागिट का भी भोग लगा सकते है, घर पर भी आप थाल का भोग लगा सकते है बस ध्यान दे की थाल के भोग में लहसुन और प्याज ना हो, 4. दिन में श्री हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार कर सकते है? वैसे तो प्रभु की भक्ति जितनी की जाए उतनी कम है, श्री हनुमान जी की भक्ति में सबसे प्रचलित पाठ है श्री हनुमान चालीसा का पाठ, जिसे पढ़ने से दुनिया के हर संकट दूर हो जाते है, Hanuman Chalisa अगर बात करे संख्या की तो वो आप पर निर्भर करता है आप चाहे तो 1, 3, 5, 7, 11, 21, 51, 101 या फिर 108, जैसे आपके पास समय की अनुकूलता हो, अगर आपके पास समय कम हो तो दिन में कम से कम 1 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करे, अगर आपको पढ़ना नहीं आता तो आप श्री हनुमान चालीसा के पाठ को सुन भी सकते है, आप पढ़ रहे है: Hanuman ji ki Pooja se Jude Sawaal Jawab  5. बजरंग बाण का पाठ कब करना चाहिए?  दोस्तों ये सवाल का जवाब मैंने कई बार दिया है लेकिन सभी को ये नहीं पता इसीलिए आपको बताना चाहूंगा की बजरंग बाण का पाठ आपको तब ही करना है जब जीवन में आपको बहुत ज़्यादा तकलीफ़ हो और आपके सारे रास्ते बंद हो गए है कोई रास्ता नहीं मिल रहा, क्योंकि बजरंग बाण के पाठ में हम हमारे बजरंगबलि को प्रभु श्री राम की सौगंध देते है, तो ये ठीक नहीं है की हम हमारी छोटी-छोटी समस्या के लिए प्रभु को सौगंध दे, Bajrang Baan आप श्री हनुमान जी की कृपा पाने के लिए दूसरे पाठ भी कर सकते है जैसे कि श्री हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक, सुंदरकांड, आदि 6. क्या शादी के बाद श्री हनुमान जी की भक्ति कर सकते है?  दोस्तों आज की युवा पीढ़ी इस बात से बहुत ही कन्फ्यूज्ड है कि क्या शादी के बाद श्री हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए या नहीं, इस पर मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि “जी हाँ” आप बिल्कुल कर सकते है, हर इंसान श्री हनुमान जी की भक्ति कर सकता है, बस जब आप कोई व्रत या संकल्प रखते है तो नियमों का पालन ज़रूर करे, ख़ास कर ब्रह्मचर्य व्रत का पालन, पढ़े: आटे के दीपक की माला के संकल्प से हर कष्ट दूर करेंगे हनुमानजी 7. श्री हनुमान जी की पूजा अर्चना कहा करना अच्छा होता है घर या मंदिर?  जैसे की हम सभी को पता है की हर जगह प्रभु का वास है, वे पूरे ब्रह्माण्ड में हर जगह उपस्थित है, आप कही भी रहकर प्रभु की आराधना कर सकते है बस ज़रूरत है तो एक अटूट विश्वास की, इसीलिए प्रभु कहते है की “अगर तेरा विश्वास अटूट है तो मैं हर जगह हूँ, नहीं तो तेरे घर के मंदिर में भी नहीं”, भक्त मंदिर इसीलिए जाते है क्योंकि वहां की ऊर्जा ही कुछ अलग होती है, कई बार हमें वो उर्जा घर पर नहीं मिलती, क्योंकि हमारा मन बहुत

इस महिला भक्त की पीड़ा के दर्द का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते

Lord Hanumanji Story in Hindi इस महिला भक्त की पीड़ा के दर्द का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते – हनुमानजी के चमत्कार से जुडी सच्ची घटना मेरा नाम रंजना यादव है, मेरी उम्र 33 वर्ष है और मैं आपके चैनल से अप्रैल 2020 से जुडी हूँ, आज मैं आपसे मेरे साथ घटित हुआ श्री हनुमानजी से जुड़ा अनुभव शेयर करना चाहती हूँ, Hanumanji Story in Hindi मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हुआ था और मेरी शादी नेपाल में हुई है और अब मैं नेपाल में ही रहती हूँ, जयेश भाई मेरी शादी मई 2010 में हुई थी, मैंने अंतरजातीय यानि (इंटरकास्ट) मैरिज की है और मेरा पहला बेटा अप्रैल 2011 को हुआ था जिसका नाम रमन है, मैं एक हाउस वाइफ हूँ और मेरे पति प्राइवेट कंपनी में मैनेजर है, उनकी सैलरी से जैसे तैसे गुजारा चल जाता था, पर फिर भी हमारी ज़िन्दगी थोड़े में ही खुशी से कट रही थी, जब हमारा बेटा 5 साल का हुआ तब हमें दूसरी संतान की इच्छा थी, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भी हमारी दूसरी संतान की इच्छा पूरी नहीं हो रही थी, मैं प्रेग्नेंट होती पर दुर्भाग्यवश miscarriage हो जाता, मगर हमने हार नहीं मानी क्योंकि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं, मैं बचपन से ही भगवान पर बहुत विश्वास करती हूँ और हर सुबह नहा धोकर पूजा करती और आरती गाती, फेब्रुअरी 2017 में मैं फिर से प्रेग्नेंट हुई, मैं और मेरे पति बहुत खुश थे, भगवान ने हमारी प्रार्थना सुन ली, दिन गुजरते गए, पर मेरी प्रेगनेंसी के पांचवे महीने में ही मेरे पेट में दर्द होना शुरू हो गया था, कुछ दिन आराम मिलता और फिर दर्द शुरू हो जाता, मैं जैसे तैसे घर का काम करती, पति को ऑफिस भेजना, बच्चे को स्कूल भेजना, खाना बनाना, टिफ़िन तैयार करना, झाड़ू पोछा करना, काम ही के दौरान मेरी प्रेगनेंसी के सांतवे महीने में पेट में जो पानी की थैली होती है, जिसमें बच्चा सुरक्षित रहता है वो थैली अचानक फट गयी और सारा पानी बाहर निकल गया, आप पढ़ रहे है: Hanumanji Story in Hindi / हनुमानजी के चमत्कार से जुडी सच्ची घटना मेरे पति ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और मुझे हॉस्पिटल ले गए, फिर डॉक्टरों को भी मज़बूरी में Premature डिलीवरी करनी पड़ी क्योंकि उनके पास भी कोई रास्ता नहीं था, हमें बताया गया कि लड़का हुआ है पर दुर्भाग्यवश मेरा बच्चा सिर्फ 3 दिन तक ही जीवित रहा और भगवान को प्यारा हो गया, उसी बीच मेरे पति का अचानक एक्सीडेंट हो गया और उनका बायां हाथ बुरी तरह से टूट गया कि ऑपरेशन करके स्टील का रॉड प्लेट डलवाना पड़ा, जयेश भाई मुझ पर तो जैसे दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा हो और उसी तनाव के दौरान मुझे थाइरोइड जैसी बीमारी भी हो गयी, ये कह सकते है की अपना आस पास कोई नहीं था जो इलाज करवाने ले जाता मुझे क्योंकि मेरे पति के हाथ का ऑपरेशन भी हुआ था, क्योंकि जहाँ रहते है वहाँ से करीब 40 किलोमीटर दूर थाइरोइड का हॉस्पिटल है, मैं बस रोती रहती और डरती थी, मुझे ऐसा लगता कि कोई साया मेरे आस पास घूम रहा है, अगर मैं बैठी रहती तो मुझे लगता कि कोई मेरे पीछे बैठा हुआ है, मैं इतनी डिप्रेशन में चली गयी थी की मेरा दिमाग काम करना ही बंद हो गया था, मैं रात रात भर सोती नहीं थी, कभी कभी जी करता की कही घर छोड़ के चली जाऊ, मुझे सही से याद नहीं शायद अगस्त या सितम्बर का महीना होगा तभी से मैंने श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया, पढ़े: देहव्यापार के जुठे केस में फंस गए इस महिला भक्त के पति – Hanumanji ka Adbhut Chamatkar जयेश भाई तबियत के कारण मैं नियमित पूजा नहीं कर पा रही थी, पर मोबाइल में हमेशा सुनती रहती और हमेशा प्रभु का स्मरण करती रहती, तभी से जो डर था वो धीरे धीरे कम होने लगा और प्रभु पर विश्वास और बढ़ गया, मैं बस दिन रात मेरे प्रभु हनुमानजी का स्मरण करती रहती, मेरे मन में प्रभु के लिए एक अटूट विश्वास बैठ गया था की “अब जो ये सब दुःख दर्द है वो मेरे प्रभु ही दूर करेंगे” और यही लोकल मेडिकल से ही दवा मंगवाकर खा लेती, इसी दौरान एक दिन मैं रात के समय रोती रोती सो गयी तभी मैंने देखा कि जो हमारे घर के पास चौहराये पे शिवशक्ति मंदिर है, मैं वही पे बैठी हूँ, उसी मंदिर के अंदर से श्री हनुमानजी एक हाथ में गदा और दूसरे हाथ में कमंडल जिसके अंदर जल भरा हुआ था लेकर मेरे पास आये और कमंडल का जल मुझपर छिड़कते हुए बोले की “मत रो जा तेरा दुःख अब दूर हुआ” ये कहकर चले गए, फिर कुछ समय बाद मैं उत्तर प्रदेश में मोटे बाबा जी का मंदिर है हम वहां गए, उस मंदिर के साथ साथ माँ दुर्गा भवानी, श्री राम जानकी और श्री हनुमानजी का भी मंदिर है, जहाँ साल में एक बार अमावस के दिन मेला लगता है, मुझे बहुत ही श्रद्धा है वहाँ की, मैं उस मेले में अपने पति और बेटे के साथ गयी थी, मिठाई, जल, फूल, अगरबत्ती, आदि चढ़ाकर मैं श्री हनुमानजी के मंदिर के सामने बैठी ही थी, तभी मेरी नज़र मंदिर के अंदर विराजमान श्री हनुमानजी की मूर्ति पर पड़ी, देखते ही देखते मेरी आँखों में आंसू आ गए, मैंने मन ही मन श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया और प्रभु से कहा की “हे प्रभु एक आप ही है जो हमारे दुख दूर कर सकते है, हम पर कृपा बनाये रखे और मेरे परिवार की रक्षा करे”, जयेश भाई आप विश्वास नहीं करोगे उसी दिन के बाद से ही धीरे धीरे प्रभु श्री हनुमनजी महाराज की कृपा से दुखों का पहाड़ हटने लगा, दुःख दूर होने लगे, हम कच्चे मकान में रहते थे फिर पक्का मकान बना, कार भी खरीद ली, सब कुछ सही होते जा रहा था, फिर 2019 में मैं फिर से प्रेग्नेंट हुई और जनुअरी 2020 में बेटी यानी लक्ष्मी का जन्म हुआ और आज मेरी बेटी जिसे हम प्यार से गुड़िया कहते है वो

देहव्यापार के जुठे केस में फंस गए इस महिला भक्त के पति

Hanumanji Real Miracle Stories

Hanumanji Real Miracle Stories in Hindi देहव्यापार के जुठे केस में फंस गए इस महिला भक्त के पति, दिल दहला देने वाली सच्ची घटना – Hanumanji ka Chamatkar मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूँ, मैं UP के सीतापुर की रहने वाली हूँ और मैं आपकी हर वीडियो देखती हूँ, भईया पहले मैं ज़्यादा पूजा-पाठ नहीं करती थी, बस ऐसे ही शिव चालीसा और गौरि स्तुति नहाकर अपने किचन में काम करते हुए पढ़ लेती थी, Hanumanji Real Miracle Stories in Hindi आज मैं जो श्री हनुमानजी की कृपा का अपना अनुभव शेयर कर रही हूँ वो 4th सितम्बर 2019 का है, भईया मेरे पति मेडिसिन कंपनी में M.R है, जिसके कारण उन्हें सीतापुर शहर और जिले के लगभग सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टोर्स वालो को मिलना पड़ता है, 4th सितम्बर को भी उन्हें काम से पास के गाँव जाना पड़ा था, तो वहा उन्हें एक मेडिकल स्टोर वाले का कॉल आया की कुछ दवाइयां लेने लखनऊ जाना है कार से तो तुम भी चलो मेरे साथ, तो मेरे पति ने 4 बजे चलने के लिए हाँ कर दी, मेडिकल वाला और एक डॉक्टर का बेटा जो की कार चला रहा था गाँव से कुछ दूर निकले ही थे कि उनसे एक लड़की ने लिफ्ट मांगी और उन लोगो ने उसे सीतापुर शहर तक लिफ्ट देने के लिए उसे पीछे वाली सीट पर बैठा दिया, पर जब उसे सीतापुर पहुंचकर उतरने के लिए बोला तो वो कार से नहीं उतरी, काफी कहने सुनने के बाद भी वो कार से उतर नहीं रही थी और उसी समय मेरे पति भी लखनऊ दवाई खरीदवाने के लिए उन लोगो के पास पहुंचे ही थे कि मेडिकल वाला उस लड़की को हाथ से पकड़कर कार से उतारने की कोशिश करने लगा, आप पढ़ रहे है: Hanumanji Real Miracle Stories in Hindi ठीक उसी समय हरदोई सांसद की गाड़ी वहां से पास हुई और उन्होंने वहां के S.P को कॉल करके बोल दिया की तीन लड़के एक लड़की के साथ बत्तमीज़ी कर रहे है देखो जाकर, S.P ने क्राइम ब्रांच कॉल करके देखने को बोल दिया, पर मेरे पति, मेडिकल वाला और डॉक्टर के बेटे ने सांसद की कार पास होते तो देखि, लेकिन सांसद ने S.P को और S.P ने क्राइम ब्रांच को कॉल की है ये नहीं जानते थे, मेरे पति ने सोचा की अब तो लेट हो जायेगा लखनऊ जाने में तो वो शहर के किसी डॉक्टर को मिलने चले गए और क्राइम ब्रांच वालो ने जाकर उस मेडिकल वाले को और उस डॉक्टर के बेटे को पकड़ लिया, उन दोनों से पूछा गया कि तीसरा व्यक्ति कौन था? तो उन्होंने मेरे पति का नाम बता दिया, फिर मोबाइल नंबर पूछकर वो मेरे घर आकर हमसे मेरे पति के बारे में पूछकर चले गए, उनके जाने के बाद मैंने अपने पति को फ़ोन करके सारी बात पूछी तो उन्होंने कहा कि ठीक है मैं कोतवाली बात करके 10 बजे तक घर आ जाउंगा, पर घर में सबको नहीं बताना, नहीं तो सब बेकार में परेशान हो जायेंगे, उनके कहने पर मैंने किसी को कुछ नहीं बताया, मैं बार-बार अपने पति को कॉल कर रही थी, पर उनका फ़ोन बंद आ रहा था, मेरे पति रात भर घर नहीं आये, मैं परेशान होकर बिना कुछ खाए पिए इधर-उधर बालकनी में घूमती रही उनका रास्ता देखती रही, पर मैंने घर पर किसी से कुछ नहीं कहा इस बारे में, सब खाना खाकर सो गए थे, सुबह मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने अपने देवर को सारी बात बताई और उसे कोतवाली भेजा, पर वहाँ मेरे देवर को मेरे पति ने बताया कि राजनीतिक दबाव के कारण F.I.R लिख गयी और G.D पर केस चढ़ गया है, मेरे पति कभी भी पुलिस या इन चक्कर में नहीं पड़े थे, इसलिए वो F.I.R या G.D के बारे में नहीं जानते थे, जबकि मेरे देवर के पहुंचने तक F.I.R या G.D नहीं लिखी गयी थी, मेरे पति और वो दो लोगो से सिर्फ एक पेपर पर साइन कराये गए थे, जिसे मेरे पति F.I.R समझ रहे थे, जयेश भईया मेरा देवर अभी सिर्फ 20-22 साल का है वह भी कुछ समझ नहीं पाया, मेरे मायके वाले पापा के जिस सांसद ने S.P को कॉल किया था उनसे अच्छे सम्बन्ध थे और मामा ससुर, मेरे चचेरे जेठ सब वरिष्ठ पत्रकार है, इसलिए मेरे पति ने F.I.R लिख गयी है ये नहीं बताया होता तो मेरे पति को ऐसे ही छोड़ दिया जाता, पर इस नासमझी के कारण उनका चालान हो गया और उन्हें जेल भेज दिया गया, पढ़े: Kashtbhanjan Hanumanji Chamatkar Ghaludi – अब भी समय है नहीं तो होगी ऐसी हालत वही मेरे देवर ने वकील किया पर उसका रजिस्ट्रेशन नहीं था, वो अच्छा वकील भी नहीं था इसलिए मेरे पति की ज़मानत लोअर मजिस्ट्रेट के यहाँ नहीं हो पायी, और मैं आपको ये बात बताना भूल गयी की कोतवाली में जाकर मुझे पता चला की वो लड़की जिसके कारण से सब हुआ वो धंधे वाली है, पुलिस ने बताया कि ये अक्सर ऐसा करती है इसे लिफ्ट नहीं देनी चाहिए थी, जयेश भाई मेरे पति के साथ ये सब हुआ ये देखकर मैं रो-रोकर पूरी तरह से टूट गयी थी, सिर्फ भगवान- भगवान कर रही थी, मेरे मायके में मम्मी-पापा दोनों हार्ट पेशेंट है, इसलिए मैं उन्हें कुछ बता नहीं सकती और मेरा कोई भाई भी नहीं है, हम सिर्फ चार बहने है जिनकी शादी हो चुकी है, और ससुराल में मेरे सास-ससुर और एक देवर है, मेरे ससुर बहुत ही सीधे है जो ज़्यादा किसी दुनियादारी को नहीं जानते है, हम सब तो सिर्फ रो रहे थे, और जब पता चला कि वकील सही नहीं है तो हम सब पूरी तरह से टूट चुके थे और वो वकील हमें ज़मानत रद्द होने के पेपर भी नहीं दे रहा था, बड़ी मुश्किल से उसने पेपर देकर हमारा केस छोड़ा, जयेश भाई मेरा दिमाग सुन्न हो गया था, आगे क्या होगा कुछ समझ नहीं आ रहा था, मैंने सुंदरकांड पाठ के बारे में बहुत सुना था इसलिए मैंने उस समय ग्यारह दिनों का पाठ मान लिया, हमारे पड़ोस में एक लड़का है जो की एक वकील