वाराणसी के श्री संकट मोचन हनुमानजी का दिल दहला देने वाला अद्भुत चमत्कार

वाराणसी के श्री संकट मोचन हनुमानजी का दिल दहला देने वाला अद्भुत चमत्कार | Sankat Mochan Hanuman Chamatkar मेरा नाम रंजीत कुमार है और में उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला हूँ, ये बात ठीक एक साल पहले जनुअरी 2019 की है, तब में लखनऊ में गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहा था, Sankat Mochan Hanuman Chamatkar in Hindi एक दिन अचानक मेरी तबीयत बिगड़ी, मेरी तबीयत इतनी बिगड़ गयी थी की मुझे लगता था की अब में नहीं बचूंगा, में जैसे तैसे तीन से चार घंटे लेटा रहा, ऐसा मालूम होता था जैसे मेरी जान निकल जायेगी, फिर उसी समय मेरा दोस्त मेरे रूम में आया और वो मुझे देखकर टेंशन में आ गया और मुझे पुछा की क्या हुआ, मैंने उससे कहा कि कुछ समय के लिए मुझे अकेला छोड़ दें प्लीज, लेकिन कुछ समय बाद मुझे कुछ आराम मिला तो मैंने अपने दोस्त को सारी बात बताई, तब मेरा दोस्त मुझे हॉस्पिटल ले गया और पूरे बॉडी चेकउप करवाया, एक दिन बाद में हॉस्पिटल गया तो डॉक्टर ने कहा कि सारे रिपोर्ट्स नॉर्मल है, फिर भी मेरे बताने पर डॉक्टर ने कुछ दवाई दी और में दवाई लेकर मेरे रूम पर आया, मेरे दोस्त के पूछने पर मैंने बताया कि सब कुछ नार्मल है और में दवाई खाकर रात को सो गया, फिर रात को मेरी तबीयत फिर से बिगड़ गई, मुझे ऐसा लगता था कोई मेरी गर्दन जोर से दबा रहा है और मेरा पूरा शरीर हिल नहीं पा रहा था, पत्थर जैसा हो गया था, कुछ समय बाद में उठा मेरा सर बहुत भारी था और मेरा शरीर कांप रहा था, में बहुत घभराया हुआ था, मुझे बहुत डर लग रहा था, मुझे ऐसा लग रहा था की मुझे कुछ हो न जाये, आप पढ़ रहे है: Sankat Mochan Hanuman Chamatkar in Hindi मैंने उसी समय ट्रेन का टिकट कटाया और अपने घर चला आया, घर आने के बाद मेरी तबीयत और बिगड़ गयी मेरे माता पिता ने मुझे कई हॉस्पिटल और तांत्रिक के पास ले गए, मगर उसे भी कोई आराम नहीं मिला, इसी प्रकार दिन बीतते गए, मेरी वजह से मेरे घर वाले भी बहुत परेशान रहने लगे और में भी एकदम परेशान और हताश हो गया था, मुझे ऐसा लग रहा था की में अब नहीं बच पाउँगा, क्यूंकि जब भी में सोता था तब वही होता जैसे कोई मेरी गर्दन जोर जोर से दबा रहा है, में बहुत परेशान था एक दिन हमारे घर पर एक पंडितजी आये, मेरी माँ ने उन्हें मेरे बारे में सब कुछ बता दिया, पंडितजी श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर में जाया करते है, जब पंडितजी को मेरी पीड़ा के बारे में सब कुछ पता चला तो उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर प्रेत आत्मा का साया है, पढ़े: ये सच्ची घटना देखने के बाद बजरंगबली के प्रति आपका विश्वास 100 गुना बढ़ जायेगा पंडितजी के मुँह से ये बात सुनकर मैं और मेरे परिवार वाले सब गभरा गए, मगर पंडितजी ने कहा कि गभराने की ज़रूरत नहीं है सब ठीक हो जायेगा, Sankat Mochan Hanumanji ke Chamatkar ki Sacchi Ghatna तब पंडितजी ने कहा की तुम्हे मेरे साथ मंगलवार के दिन संकट मोचन हनुमान मंदिर चलना होगा, फिर मैं पंडित जी के साथ संकट मोचन हनुमान मंदिर चला गया, मंदिर पहुंचने के बाद हमने श्री संकट मोचन हनुमानजी के दर्शन किये और फिर पंडितजी ने मुझे मंदिर में एक जगह पर बैठाया, फिर वे जल और काला धागा ले आये, और कुछ समय पूजा पाठ करने के बाद मुझे वो जल पीने को कहा और वो काला धागा मेरे हाथ में बांध दिया और श्री हनुमान चालीसा की एक पुस्तक दी और बोले पूरी श्रद्धा से इसे सात बार पढ़ लो, पंडितजी के कहने पर मैंने पूरी श्रद्धा से सात बार श्री हनुमान चालीसा पढ़ी और पढ़ने के बाद पंडितजी ने मुझसे कहा की हर रोज तुम श्री हनुमान चालीसा सुबह शाम पढ़ा करो और मंगलवार और शनिवार को श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर आकर दर्शन कर लिया करो, फिर मैंने हर रोज सुबह शाम श्री हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया और हर मंगलवार बजरंगबली के दर्शन किया करता था, महीना करने के बाद मुझे ऐसा लगा की मुझे कुछ हुआ ही नहीं था, आज में बजरंगबली की कृपा से एकदम ठीक हूँ और में हर मंगलवार व्रत भी करता हूँ और श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर जाकर दर्शन भी करता हूँ, में आप सभी से एक बात ज़रूर कहना चाहूंगा की ज़िन्दगी में चाहे कैसा भी संकट क्यों न आ जाये एक बार दिल से श्री बजरंगबली का ध्यान करके देखिये, वे आपकी प्राथना ज़रूर सुनेंगे क्यूंकि ये मैंने खुद अनुभव किया है. Subscribe Secret Mysteries on YouTube Sankat Mochan Hanuman Chamatkar in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे. धन्यवाद 🙂 जयेश वाघेला
श्री संकटमोचन हनुमानजी का रोंगटे खड़े कर देने वाला चमत्कार

श्री संकटमोचन हनुमानजी (वाराणसी) का रोंगटे खड़े कर देने वाला चमत्कार | Sankat Mochan Hanuman Mandir मेरा नाम उमा है और में पंजाब के पटियाला शहर से हूँ, मेरी माँ मुझे छोड़कर 6 साल की उम्र में ही भगवान के पास चली गयी थी, Sankat Mochan Hanuman Mandir Chamatkar in Hindi में अकेले रहने में काफी डरती थी, तब मेरे पापा ने कहा कि जब भी युम्हे डर लगे तो तुम श्री हनुमानजी को याद किया करो, तब से में जब भी डरती श्री हनुमानजी को याद करती, इससे मुझे काफी राहत मिलने लगी, समय बीतता गया में लगभग आठ साल की थी, मेरे ताऊजी जो यूपी के वाराणसी में रहते थे उनके घर से उनकी बड़ी बेटी की शादी का बुलावा आया था, में अपने बड़े भाई और भाभी के साथ वाराणसी जाने को तैयार को गई, मेरे पापा हमारे साथ नहीं आये थे वे घर पर ही रह गए, जब हम चलने लगे तो पापा ने कहा इसका ध्यान रखना, मेरी चचेरी बहन की शादी ख़ुशी ख़ुशी हो गयी, हम लोग वाराणसी घूमने के लिए कुछ दिन और रुक गए थे और रिश्तेदार के साथ हम सभी गंगा स्नान, काशी विश्वनाथ भी गए थे, वहां दर्शन के बाद हम लोग श्री संकटमोचन हनुमानजी के मंदिर गए, वहां दर्शन के बाद जब हम लौटने लगे, वहां सजी आकर्षित दुकानों को देखकर शाम के समय मेरा ध्यान पलट गया, और जब देखा तो वहां मेरे परिवार का कोई न दिखा, किसी को न देखकर मेरे हाथ पैर कांपने लगे, तभी मुझे मेरा पीछा करते दो आदमी दिखे, में जय बजरंगबली, जय हनुमानजी मुझे बचाओ मन में करने लगी, तभी एक रिक्शेवाला आया और बोला क्या हुआ बेटा? मैंने अपनी कहानी बताई की में ताऊजी के घर आयी हूँ और मुझे घर का पता नहीं मालूम, सिर्फ अपने ताऊजी का नाम छोटेलाल पता है और उनके घर के सामने वाले घर के बहार कुछ चित्र बने है, बाकि इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं मालूम, उन्होंने कहा घभराओ नहीं बेटा तुम्हारा घर ढूंढते है, मेरे पास चारा न था सो में रिक्शा में बैठ गयी, पर यह क्या दूसरे ही पल में अपने घर के पास थी, लॉकडाउन में आ गया इस भक्त के पूरे परिवार पर घोर संकट सामने वाले घर का चित्र दिखाई दे रहा था, बहार बरामदे में मेरे ताऊजी और ताईजी दिखाई दे रहे थे, मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था, मुझे देखते ही ताउजी ने पुछा अकेले कैसे? बाकि लोग कहा है, मैंने कहा पहले सामने वाले रिक्शा वाले को पैसे दे दीजिये, ताउजी भाग कर गली में गए तो वहाँ दूर दूर तक कोई नहीं था, में भी बहार आयी पर रिक्शावाला नहीं था, मैंने रोते हुए ताउजी को सारी बातें बताई लग भग तीन घंटे बाद मेरे भैया भाभी और अन्य रिश्तेदार लौटे और सभी परेशान थे, लेकिन मुझे देखते ही बोले यह तो घर में है, तब ताउजी ने कहा इसे आये तो लगभग तीन घंटे हो चुके है, भगवान का शुक्र है नहीं तो पता नहीं क्या होता, किसी ने कहा एक बात समझ नहीं आयी तीन घंटे पहले यह आ भी गयी, जब कि मंदिर काफी दूर है लगभग तीन घंटे तो हमे लग गए आने में, ये सुनकर सभी चौंक गए यह कैसे हुआ सभी हैरान थे, रिक्शेवाला नहीं दिखाई दिया न ही पैसे लिए और न ही घर का पता था, सभी ने कहा यह तो पवनपुत्र की ही कृपा होगी, भला उनके सिवा और कोई हो ही नहीं सकता, ऐसा कई बार हुआ है आज में लगभग पचपन साल की हो गयी हूँ, में जब भी बजरंगबली को याद करती हूँ, वे मुझ पर पूरी दया करते है. Subscribe Secret Mysteries on YouTube Sankat Mochan Hanuman Mandir Chamatkar in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे. धन्यवाद 🙂 जयेश वाघेला